अबकी बार महंगाई की मार, प्याज का भाव 100 के पार, जल्द सस्ते होने के नही है आसार

प्याज की कीमतों ने एक बार फिर सभी को रूला दिया है. लंबा अरसा हो गया लेकिन अभी प्याज की कीमतों में गिरावट के कोई आसार नहीं दिख रहे. प्याज की कीमत अब कई जगहों पर 100 रुपये को पार कर गई है. राजधानी दिल्ली हो या लखनऊ हर ओर रिटेल बाजार में प्याज की कीमत तीन अंकों यानी 100 रुपये के आंकड़े को भी पार कर चुकी है. लखनऊ में प्याज की कमी के अलावा 2.5 फीसदी टैक्स से भी लोगों को परेशानी हो रही है.

बात पहले राजधानी दिल्ली की करते हैं तो कल तक जो प्याज रिटेल बाजार में 75 से 80 रुपये बिक रहा था. वो प्याज अब थोक मंडी में ही 80 से 90 रुपये बिक रहा है. प्याज की लगातार बढ़ रही कीमत लोगों के लिए बड़ी परेशानी बनती जा रही है. थोक मंडी में 80 से 90 रुपये किलो बिकने वाला प्याज रिटेल बाजार में 110 से 120 रुपये बिक रहा है. कारोबारी मानते हैं कि आने वाले कुछ दिनों में प्याज के दाम और बढ़ेंगे.

गाजीपुर मंडी के एसडी गुप्ता कहते हैं कि यहां प्याज सिर्फ राजस्थान अलवर की मंडी से ही आ रहा है. यह देश की इकलौती मंडी है जो पूरे देश में इस वक्त प्याज की सप्लाई कर रही है जिससे पूर्ति नहीं हो पा रही है. ऐसे में प्याज के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं. दुकानदार कहना है कि वो रोजाना 15 से 20 ट्रक की खपत करते थे लेकिन अब वो सिर्फ 1 से 2 ट्रक ही मंडी में आ रहा है, जिसको बेचना भी उनके लिए भारी पड़ रहा है.

गुजरात मंडी से जल्द आएगा प्याज

दूसरी तरफ एशिया की सबसे बड़ी मंडी आजादपुर मंडी में प्याज 85 रुपये किलो बिक रहा है. प्याज कारोबारी राजेंद्र सिंह का कहना है कि मंडी में अभी राजस्थान और अफगानिस्तान का प्याज बिक रहा है जिसकी कीमत 55 से लेकर 85 रुपये तक है. उनका यह भी मानना है कि अगले 1 हफ्ते में गुजरात का प्याज मंडी में उतरना शुरू हो जाएगा जिसके बाद प्याज के दाम कम हो सकते हैं.

रोजाना प्याज का कारोबार करने वाले कारोबारी विजेंदर कहते हैं कि मंडी से माल बेचने वाला किसान खरीदने वाला आढ़ती है और आढ़ती से रिटेल बाजार में बेचने वाला कारोबारी भी इस वक्त घबराया हुआ है. प्याज की जो कीमत 80 से 90 रुपये थोक मंडी में है तो किराया भाड़ा और मेहनताना लगाकर यह प्याज 100 से लेकर 120 रुपये तक रिटेल मार्केट में बिक रहा है, लेकिन थोक मंडी से प्याज ले जाकर बेचना रिटेल बाजार के कारोबारी के लिए भी भारी पड़ता नजर आ रहा है.

कारोबारियों का कहना है कि अब लोग रोजाना प्याज खरीदने में कटौती कर रहे हैं, ऐसे में प्याज स्टॉक करना उनके लिए भी घातक सिद्ध हो सकता है. इसलिए वह प्याज का स्टॉक रखने से कतरा रहे हैं.

दिल्ली के अलावा लखनऊ के प्याज की मंडी की बात करें तो वहां भी प्याज के भाव आसमान छू रहे हैं जिसके चलते थोक पर प्याज बेचने वालों और खरीदने वाला दोनों के आंसू निकल रहे हैं. थोक पर बेचने वालों की माने तो 80 रुपये किलो प्याज पड़ रहा है जिससे खुदरा बाजार में 100 रुपये किलो बिक रहा है.

टैक्स हटे तो सस्ता हो जाए प्याज

साथ ही थोक पर इक्का-दुक्का व्यापारी ही प्याज को बाहर से ट्रकों के द्वारा मंगा कर सप्लाई कर पा रहे हैं क्योंकि बेंगलुरु और राजस्थान से आने वाला प्याज भी काफी महंगा हो गया है जिसके चलते उनको सरकार को ढाई परसेंट अलग से टैक्स भी देना होता है. उनकी मानें तो अगर ढाई परसेंट टैक्स को हटा लिया जाए तो प्याज की बढ़ी कीमतों से कुछ राहत तो मिलेगी ही साथ ही बाहर से प्याज लाने पर जब वह लखनऊ तक पहुंचता है तो टूट-फूट से नुकसान भी जो जाता है. जिसकी वजह से जिस रेट पर हम प्याज लाते हैं उस रेट में हमें मुनाफा नहीं होता है.

इस वजह से हफ्ते में एक ही बार अब प्याज लाया जा रहा है, वहीं खरीदने वालों की मानें तो प्याज इतना महंगा है कि इसको बेच पाना काफी मुश्किल हो रहा है. अब एक बोरी प्याज ले जाते हैं तो उसे एक हफ्ते तक बेचते हैं क्योंकि ग्राहक अब जो पहले 2 किलो प्याज लेता था वह ढाई सौ ग्राम या आधा किलो ही ले रहा है. इसकी वजह से प्याज बिक्री में काफी कमी आई है. आज प्याज काफी महंगा हो गया है और अभी इसके हालात ठीक नहीं हैं.

लखनऊ के थोक व्यापारी राकेश का कहना है कि प्याज बहुत ही ज्यादा महंगा हो गया है. प्याज को अगर ज्यादा रखते हैं तो सरकार बोलती है कि जमाखोरी कर रहे हैं. हम लोगों ने 30 से 40 रुपये किलो में भी प्याज बेचा है, लेकिन आज स्थिति अनुकूल नहीं है.

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